पुरानी पेंशन योजना (OPS) पर संघर्ष: एआईडीईएफ और जेसीएम की बैठक का बहिष्कार पुरानी पेंशन योजना (OPS) और नई पेंशन योजना (NPS) के बीच का विवाद पिछले कुछ समय से सरकारी कर्मचारियों और प्रशासन के बीच एक मुख्य मुद्दा बना हुआ है। अखिल भारतीय रक्षा कर्मचारी महासंघ (एआईडीईएफ) और अन्य कर्मचारी संगठनों ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग को लेकर निरंतर संघर्ष किया है।
एआईडीईएफ का संघर्ष
पुरानी पेंशन योजना (OPS) पर संघर्ष: अखिल भारतीय रक्षा कर्मचारी महासंघ (AIDEF) ने शुरू से ही नई पेंशन योजना (NPS) को अस्वीकार किया है। संगठन का मानना है कि NPS कर्मचारियों के लिए लाभदायक नहीं है और वे इसे खत्म करने तथा पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के लिए स्वतंत्र रूप से और संयुक्त संघर्ष मंच (JFROPS) के माध्यम से लगातार प्रयास कर रहे हैं।
हालिया घटनाक्रम
सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय द्वारा गठित समिति ने पुरानी पेंशन योजना पर चर्चा के लिए नेशनल काउंसिल (जेसीएम) के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक का बहिष्कार एआईडीईएफ ने कर दिया है। एआईडीईएफ के अध्यक्ष एसएन पाठक और महासचिव सी. श्रीकुमार के अनुसार, कर्मचारियों को केवल गारंटीकृत पुरानी पेंशन ही चाहिए और NPS में सुधार को वे स्वीकार नहीं करेंगे।
कर्मचारियों की मांग
पुरानी पेंशन योजना (OPS) पर संघर्ष: देशभर के केंद्र एवं राज्य सरकारों के 6 करोड़ से अधिक कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशन की बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मोदी 2.0 सरकार ने NPS में सुधार की सिफारिश के लिए वित्त सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था, लेकिन एआईडीईएफ ने स्पष्ट रूप से इस समिति को ज्ञापन सौंपकर NPS में किसी भी तरह के सुधार को अस्वीकार कर दिया है।
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एनजेसीए की भूमिका
पुरानी पेंशन योजना (OPS) पर संघर्ष: ओपीएस के लिए गठित नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (NJCA) के वरिष्ठ पदाधिकारी, स्टाफ साइड की राष्ट्रीय परिषद (जेसीएम) के सदस्य और एआईडीईएफ के महासचिव सी. श्रीकुमार ने बताया कि 15 जुलाई को NPS समिति ने जेसीएम सदस्यों को बैठक के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन एआईडीईएफ ने इस बैठक का बहिष्कार कर दिया।
संघर्ष की दिशा
एआईडीईएफ ने लगातार इस मुद्दे पर संघर्ष किया है, जिसका परिणाम यह हुआ है कि सरकार NPS में कई सुधार करने के लिए मजबूर हुई है। इन सुधारों में मृत्यु सह सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी, सेवा के दौरान कर्मचारियों की मृत्यु होने पर पारिवारिक पेंशन और सरकार का योगदान बढ़ाकर 14 प्रतिशत करना शामिल है।
संघर्ष की आवश्यकता
पुरानी पेंशन योजना (OPS) पर संघर्ष: एआईडीईएफ, एक सभ्य और प्रतिष्ठित पेंशन सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष कर रहा है और उनका मानना है कि ये सब बातें केवल पुरानी पेंशन योजना में ही संभव हैं। सरकारी कर्मियों ने गत वर्ष रामलीला मैदान में एकत्र होकर यह संकल्प लिया था कि NPS वापस होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
निष्कर्ष
एआईडीईएफ और अन्य कर्मचारी संगठन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए अपने अथक प्रयास जारी रखे हुए हैं। उनका मानना है कि वृद्धावस्था सुरक्षा का एकमात्र समाधान और रास्ता पुरानी पेंशन योजना ही है।
आगे की रणनीति
एआईडीईएफ ने अन्य कर्मचारी संगठनों से भी अपील की है कि वे NPS के खिलाफ अपने संघर्ष को जारी रखें और पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाए रखें।
यह स्पष्ट है कि एआईडीईएफ और अन्य कर्मचारी संगठन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए अपने संघर्ष को जारी रखेंगे और सरकार पर दबाव डालते रहेंगे कि वे उनकी मांगों को स्वीकार करें। पुरानी पेंशन योजना के बहाल होने तक यह संघर्ष जारी रहेगा।